बिहार में गुरुवार का दिन कुदरती कहर लेकर आया। तेज आंधी और वज्रपात ने राज्य के 15 जिलों में भारी तबाही मचाई, जिसमें 58 लोगों की मौत हो गई। कई जगहों से घायलों की संख्या भी दर्जनों में बताई जा रही है।
तेज हवाओं से उड़ी जिंदगी की छत
आंधी की रफ्तार इतनी तेज थी कि कई इलाकों में दीवारें गिर गईं, पेड़ उखड़ गए और झोपड़ी-छप्पर उड़ते नजर आए। गांवों में बिजली के खंभे और तार टूटने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई।
ग्रामीण क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित
मृतकों में बड़ी संख्या में खेती-बाड़ी कर रहे ग्रामीण और राहगीर शामिल हैं। अधिकतर मौतें वज्रपात की चपेट में आने से हुईं। खेतों में काम कर रहे किसान, पशु चरा रहे लोग और खुले में सो रहे मजदूर इसकी चपेट में आए।
सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है और प्रशासन को फौरन राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
सावधानी ही सुरक्षा है
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी मौसम खराब रहने की चेतावनी दी है। ऐसे में लोगों से खुले में जाने से बचने और वज्रपात से बचाव के उपाय अपनाने की अपील की गई है।