विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संरक्षक मुकेश सहनी और राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। भारतीय सार्थक पार्टी ने दोनों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने चुनाव आयोग में फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर पार्टी के 'नाव' चुनाव चिह्न का दुरुपयोग किया।
मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दोनों नेताओं को नोटिस भेजा है और 6 मई को व्यक्तिगत रूप से हाजिर होने का आदेश दिया है। याचिकाकर्ता का आरोप है कि चुनाव आयोग को गुमराह कर नाव चुनाव चिह्न को अवैध रूप से वीआईपी पार्टी के नाम करवा लिया गया।
अब देखना होगा कि मुकेश सहनी और संतोष सहनी कोर्ट में क्या सफाई देते हैं और इस मामले का क्या रुख होता है।