बिहार के शिक्षा विभाग ने एक अहम फैसला लिया है। अब सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा में बच्चों का नामांकन आधार कार्ड के बिना भी किया जाएगा। विभाग के निर्देश के अनुसार यदि बच्चे के पास आधार कार्ड नहीं है, तो उसके स्थान पर जन्म प्रमाण पत्र या अन्य पहचान से संबंधित दस्तावेज मान्य होंगे। किसी भी बच्चे को नामांकन के अभाव में स्कूल से वापस नहीं भेजा जाएगा।
इसके अलावा शिक्षा विभाग ने गर्मी की छुट्टियों के दौरान बच्चों को प्रोजेक्ट आधारित शिक्षा देने की योजना भी बनाई है, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो और वे रचनात्मक गतिविधियों से जुड़े रहें।
शिक्षा में यह लचीलापन बच्चों की पहुंच को बढ़ाएगा और सरकारी स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया को अधिक सरल बनाएगा।
शिक्षा से जुड़ी हर खबर के लिए पढ़ते रहिए मिथिला हिन्दी न्यूज