चुनावी रणनीतिकार से जन आंदोलन के नेता बने प्रशांत किशोर ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक जनसभा में जोरदार संबोधन किया। उन्होंने अपने राजनीतिक अनुभव का हवाला देते हुए कहा, "मैंने आज तक जिसका भी हाथ थामा, वो राजा बन गया। 10 साल तक देश के बड़े नेताओं और बड़ी पार्टियों को जीत दिलाई।"
प्रशांत किशोर ने कहा कि तीन साल पहले उन्होंने ये 'नौकरी' छोड़ दी ताकि वे अब जनता के साथ सीधे जुड़ सकें। उन्होंने बिहार की जनता को संबोधित करते हुए कहा, "अब मुझे आपका हाथ थाम लेना चाहिए, ताकि आपकी जिंदगी भी बदल जाए।"
उनके इस बयान को आगामी चुनाव के लिए एक मजबूत संदेश और संभावित राजनीतिक दावे के रूप में देखा जा रहा है। जन सुराज अभियान के जरिए वे पिछले कुछ समय से लगातार बिहार के अलग-अलग जिलों में जनसभाएं कर रहे हैं और जनता से सीधा संवाद बना रहे हैं।