खगड़िया (बिहार): बिहार की कोसी नदी एक बार फिर से खतरे के संकेत दे रही है। नदी में लाल पानी का प्रवेश हुआ है, जिसे पारंपरिक रूप से बाढ़ के आगमन का संकेत माना जाता है। इस बदलाव से खगड़िया जिले के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
कोसी के किनारे बसे गांवों में पानी का स्तर तेजी से बढ़ने लगा है, जिससे खेतों में खड़ी फसलों के डूबने की आशंका बढ़ गई है। स्थानीय किसान चिंतित हैं, क्योंकि फसलों को नुकसान होने से उनकी आजीविका पर असर पड़ेगा।
प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। नाविकों को अग्रिम भुगतान किया जा रहा है ताकि आपात स्थिति में तुरंत राहत कार्य शुरू किया जा सके। साथ ही शरण स्थलों की व्यवस्था, राशन, पीने के पानी और प्राथमिक चिकित्सा की तैयारियां भी की जा रही हैं।
कोसी नदी को ‘बिहार की शोक नदी’ कहा जाता है और हर साल इसके बहाव में बदलाव व अचानक आई बाढ़ से कई जिलों में तबाही होती रही है। ऐसे में प्रशासन किसी तरह की लापरवाही से बचना चाहता है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे नदी के जलस्तर पर नजर रखें और ज़रूरत पड़ने पर प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।