बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पंचायत उपचुनाव की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इसकी घोषणा कर दी है। आयोग के मुताबिक 14 जून 2025 से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं, जुलाई महीने में उपचुनाव के लिए मतदान कराया जाएगा।
क्यों हो रहे हैं पंचायत उपचुनाव?
राज्य के कई पंचायत क्षेत्रों में विभिन्न कारणों से सीटें रिक्त हैं — जैसे मृत्यु, इस्तीफा, या अयोग्यता। इन रिक्त पदों को भरने के लिए यह उपचुनाव कराया जा रहा है। इससे पहले ही राज्य सरकार और निर्वाचन आयोग की तैयारियां तेज हो चुकी हैं।
किन पदों पर होंगे चुनाव?
इस उपचुनाव में ग्राम पंचायत सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य जैसे स्थानीय स्तर के महत्वपूर्ण पदों के लिए चुनाव कराया जाएगा।
विधानसभा चुनाव से पहले सियासी रंग
पंचायत उपचुनाव को आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले एक सियासी टेस्ट के रूप में भी देखा जा रहा है। सत्ताधारी दल और विपक्ष दोनों इस मौके को अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए इस्तेमाल करना चाहेंगे।
आयोग ने राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से आचार संहिता का सख्ती से पालन करने की अपील की है। सुरक्षा और निष्पक्षता के लिए प्रशासनिक तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।