जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर एक बार फिर एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में जब लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा, तो जनता ने एनडीए को केवल 125 सीटों पर रोक दिया। उन्होंने कहा कि उस वक्त जातीय समीकरणों की राजनीति पूरी तरह फेल हो गई थी।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि आज बिहार के लोगों को बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में यह मानना कि राज्य में एंटी इनकंबेंसी नहीं है, यह संभव नहीं है।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में बदलाव की लहर है और आने वाले चुनाव में लोग अपनी नाराजगी जाहिर करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि अब जाति नहीं, काम बोलने वाला है।