बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर निर्वाचन आयोग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। राज्य में मतदाताओं का विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Summary Revision - SSR) अभियान रविवार से शुरू होने जा रहा है, जिसमें मतदाताओं के घर-घर जाकर फॉर्म बांटे जाएंगे।
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🗳️ क्या होगा इस अभियान में?
फॉर्म-6, फॉर्म-7 और फॉर्म-8 बांटे जाएंगे, जिनका उपयोग नाम जोड़ने, हटाने और सुधार के लिए किया जाएगा।
इस अभियान के तहत बीएलओ (ब्लॉक लेवल ऑफिसर) मतदाताओं के घर जाकर मतदाता सूची में सुधार के लिए आवेदन लेंगे।
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📑 कौन से दस्तावेज देने होंगे?
मतदाता को अपने साथ नीचे दिए गए दस्तावेजों की फोटोकॉपी संलग्न करनी होगी:
1. आधार कार्ड / राशन कार्ड / पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस (पहचान के लिए)
2. पते का प्रमाण पत्र
3. जन्मतिथि प्रमाण पत्र (18 वर्ष के नए वोटर के लिए)
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📆 महत्वपूर्ण तिथि
30 सितंबर 2025 को फाइनल वोटर लिस्ट जारी की जाएगी।
इसके पहले, सभी संशोधन कार्य और दावे-आपत्तियां निपटा ली जाएंगी।
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🔍 क्यों जरूरी है यह पुनरीक्षण?
आयोग को शक है कि कई जगह फर्जी नाम दर्ज हैं, और कुछ वास्तविक मतदाताओं के नाम अभी तक सूची में नहीं हैं।
इस प्रक्रिया के जरिए सटीक और निष्पक्ष वोटर लिस्ट तैयार करना आयोग का उद्देश्य है।
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🗣️ चुनाव आयोग की अपील
निर्वाचन आयोग ने राज्य के सभी पात्र मतदाताओं से आग्रह किया है कि वे इस अभियान में सक्रिय सहयोग करें और सही दस्तावेजों के साथ फॉर्म भरकर जमा करें।