पटना: पत्रकार से नेता बने मनीष कश्यप ने शनिवार को बड़ा राजनीतिक फैसला लेते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़ने की घोषणा कर दी। उन्होंने साफ कहा कि अब वे भाजपा के सदस्य नहीं हैं और बिहार के लोगों के लिए संघर्ष करेंगे।
मनीष कश्यप ने अपने बयान में कहा, "मैं मनीष कश्यप अब भाजपा में नहीं हूं। अब मैं भाजपा का सदस्य नहीं हूं, मैं इसकी घोषणा करता हूं। मैं अपने क्षेत्र चनपटिया में गया था और वहां भ्रमण के दौरान मैंने कई लोगों से मुलाकात की थी। जिसके बाद अब मैं इस निर्णय पर पहुंचा कि मुझे बिहार और बिहारियों के लिए लड़ना है।"
उनके इस फैसले को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। माना जा रहा है कि मनीष अब किसी नई राजनीतिक दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं या स्वतंत्र रूप से बिहार की जमीनी राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।