राजस्थान सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक सराहनीय पहल की गई है — वर्क फ्रॉम होम योजना। इस योजना का उद्देश्य राज्य की महिलाओं को उनके घरों में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकें।
इस योजना के अंतर्गत महिलाएं अपने कौशल और रुचि के अनुसार घर बैठे विभिन्न प्रकार के कार्य कर सकती हैं। इनमें शामिल हैं:
डिजिटल दुकान संचालक: महिलाएं ऑनलाइन प्रोडक्ट्स की बिक्री कर सकती हैं और डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से ग्राहकों तक पहुँच बना सकती हैं।
सिलाई और कढ़ाई कार्य: जो महिलाएं सिलाई का हुनर रखती हैं, वे घर से ही यह कार्य शुरू कर सकती हैं।
इंश्योरेंस एजेंट: बीमा कंपनियों से जुड़कर महिलाएं एजेंट बन सकती हैं और कमिशन के माध्यम से आय अर्जित कर सकती हैं।
डाटा कलेक्शन एग्जीक्यूटिव: कंपनियों या सरकारी योजनाओं के लिए डेटा संग्रहण का कार्य किया जा सकता है।
टाइपिंग और कंप्यूटर आधारित कार्य: जिन महिलाओं को टाइपिंग या बेसिक कंप्यूटर ज्ञान है, वे डाटा एंट्री जैसे कार्य कर सकती हैं।
योजना की विशेषताएं:
कोई बड़ा निवेश नहीं चाहिए।
प्रशिक्षण और मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है।
ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाएं लाभ उठा सकती हैं।
सरकार की ओर से चयनित महिलाओं को काम से जोड़ने में सहायता की जाती है।
राजस्थान सरकार की यह पहल न केवल रोजगार का साधन है, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम भी है। आने वाले समय में यह योजना अन्य राज्यों के लिए भी एक आदर्श बन सकती है।
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