पटना। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर को लेकर हुए विवाद में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अब कानूनी घेरे में आ सकते हैं। बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए लालू यादव को नोटिस भेजा है।
आयोग ने वायरल वीडियो में दिखाई गई गतिविधियों को संवेदनशील और अपमानजनक करार देते हुए लालू यादव से स्पष्टीकरण मांगा है। आयोग ने पत्र में कहा है कि अगर तय समय पर संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो उनके खिलाफ SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।
इस पत्र में आयोग ने चेतावनी दी है कि—
> "महापुरुषों के सम्मान और अनुसूचित जाति समाज की भावनाओं से खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा। यदि जवाब संतोषजनक नहीं रहा, तो आयोग कानूनी कार्यवाही करेगा।"
यह मामला उस वायरल वीडियो से जुड़ा है जिसमें लालू यादव के जन्मदिन के अवसर पर बाबा साहेब आंबेडकर की तस्वीर को जमीन पर रखे जाने और उसे हाथ न लगाने की बात सामने आई थी। इस पर विपक्षी दलों और दलित संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
इस पूरे विवाद ने बिहार की सियासत में एक नया मोड़ ला दिया है, खासकर तब जब राज्य चुनावी मोड में है।