पटना।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भीतर मचे घमासान और तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बाहर किए जाने के बाद अब इस मामले ने सियासी रंग पकड़ लिया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तेज प्रताप यादव से वीडियो कॉल कर बात की और मनोबल बनाए रखने की सलाह दी।
सूत्रों के अनुसार, यह बातचीत देर रात हुई, जब तेज प्रताप अपने आवास पर अकेले थे। इस दौरान अखिलेश यादव ने उन्हें भावनात्मक रूप से समर्थन का भरोसा दिया और कहा कि राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन आत्मबल नहीं टूटना चाहिए।
क्यों अहम है यह संपर्क?
तेज प्रताप यादव की बहन राज लक्ष्मी यादव की शादी मुलायम सिंह यादव के पोते और अखिलेश के भतीजे तेज प्रताप सिंह से हुई है। ऐसे में यह रिश्ता पारिवारिक भी है और राजनीतिक भी। अखिलेश यादव का यह कदम संकेत देता है कि तेज प्रताप को राजनीतिक तौर पर अकेला नहीं छोड़ा जाएगा।
पारिवारिक कलह पर क्या बोले तेज प्रताप?
तेज प्रताप यादव ने हाल ही में सोशल मीडिया पर इशारों में कहा था, "जो मेरी कमजोरी समझ रहे हैं, उन्हें बता दूं कि शुरुआत तुमने की है, अंत मैं करूंगा।" अब अखिलेश यादव की बातचीत के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि तेज प्रताप राजनीतिक भविष्य को लेकर जल्द बड़ा फैसला ले सकते हैं।
क्या सपा में जा सकते हैं तेज प्रताप?
राजनीतिक हलकों में यह सवाल भी उठने लगा है कि अगर राजद से दूरी बनी रही, तो क्या तेज प्रताप समाजवादी पार्टी का दामन थाम सकते हैं? हालांकि अभी इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अखिलेश यादव की वीडियो कॉल ने अटकलों को हवा जरूर दी है।