अहमदाबाद एयरपोर्ट पर हाल ही में हुए विमान हादसे का असर अब देश के अन्य हिस्सों में भी देखा जा रहा है। दरभंगा एयरपोर्ट, जो कि उत्तर बिहार के लिए एक प्रमुख हवाई अड्डा बन चुका है, वहां पर यात्रियों की संख्या में अचानक गिरावट दर्ज की गई है।
स्पाइसजेट, इंडिगो और आकासा एयरलाइंस की रिपोर्ट के अनुसार, करीब 10% यात्रियों ने अपने टिकट रद्द करा दिए हैं, जिससे विमानों में सीटें खाली रह रही हैं। इसका सीधा असर एयरलाइंस कंपनियों के राजस्व पर पड़ रहा है।
दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों की यह कमी पहली बार इतनी गंभीर रूप से सामने आई है। जहां एक ओर गर्मी की छुट्टियों में आमतौर पर यात्रियों की भीड़ होती थी, वहीं इस बार विमान हादसे के कारण लोगों में उड़ान को लेकर डर और असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
एयरपोर्ट प्रबंधन और एयरलाइंस कंपनियों का कहना है कि यह स्थिति अस्थायी है। जैसे-जैसे विमान सेवा में सुरक्षा को लेकर भरोसा बहाल होगा, वैसे ही यात्रियों की संख्या में फिर से वृद्धि होने की उम्मीद है।
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अब तक यात्रियों की संख्या में गिरावट देखी गई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि आने वाले त्योहारों और छठ पूजा के दौरान स्थिति में सुधार आएगा।
एविएशन सेक्टर के जानकारों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं लोगों के मन में डर जरूर पैदा करती हैं, लेकिन यदि उड़ानों की सुरक्षा और सुविधा में पारदर्शिता लाई जाए तो विश्वास जल्दी बहाल हो सकता है।
यात्रियों की संख्या में यह गिरावट दरभंगा जैसे उभरते हुए हवाई अड्डों के लिए एक चेतावनी भी है कि सुरक्षा और भरोसे का माहौल बनाए रखना कितना जरूरी है।
हवा में भरोसे की वापसी के साथ ही दरभंगा एयरपोर्ट फिर से अपने पुराने रंग में लौटेगा – ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।
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