बिहार में मानसून का प्रवेश आमतौर पर किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार के रास्ते होता है। लेकिन इस बार मानसून चार दिनों से राज्य की सीमा के करीब पहुंचकर ठहर गया है। मौसम विभाग के अनुसार, मजबूत पछुआ हवा चलने के कारण मानसून की गति धीमी हो गई है, जिससे इसके आगे बढ़ने में बाधा आ रही है।
इस वजह से राज्य के कई जिलों में गर्मी और उमस का प्रभाव बना हुआ है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जैसे ही पछुआ हवाओं की ताकत कम होगी, मानसून फिर से गति पकड़ेगा और पूरे बिहार में सक्रिय हो जाएगा।
इस बार पहले से अनुमान लगाया गया था कि मानसून समय से पहले बिहार में प्रवेश कर सकता है, लेकिन हवाओं की दिशा ने इस अनुमान पर फिलहाल विराम लगा दिया है।