पटना।
राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने जदयू में नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी को लेकर चल रही चर्चाओं पर तंज कसते हुए कहा है कि "पहले पार्टी बचेगी तब तो उत्तराधिकारी की बात होगी।"
तेजस्वी का यह बयान स्पष्ट रूप से जनता दल यूनाइटेड (JDU) की मौजूदा स्थिति और उसके नेतृत्व को लेकर एक राजनीतिक व्यंग्य है। बीते कुछ समय से यह चर्चा जोरों पर है कि नीतीश कुमार अपने उत्तराधिकारी की तलाश में हैं और कई नामों की अटकलें भी लगाई जा रही हैं, जिनमें उनके पुत्र निशांत कुमार का नाम भी शामिल है।
तेजस्वी यादव ने कहा:
> "जदयू में उत्तराधिकारी की बात करना बेमानी है, जब पार्टी ही सिकुड़ती जा रही है। पहले पार्टी तो रहे, फिर उत्तराधिकारी की बात होगी।"
तेजस्वी यादव का यह बयान सत्ताधारी गठबंधन में चल रहे भीतरघात और नेतृत्व संघर्ष को लेकर एक बड़ा संकेत माना जा रहा है। उन्होंने इशारों में ही सही, लेकिन नीतीश कुमार की राजनीतिक विरासत पर सवाल उठाए और यह भी जताया कि महागठबंधन ही भविष्य में राज्य की स्थायी राजनीतिक ताकत बनने जा रही है।