बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एनडीए गठबंधन की राज्य स्तरीय बैठक जल्द ही आयोजित होने वाली है, लेकिन उससे पहले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) अपनी कोर कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक बुलाने जा रही है। इस बैठक में पार्टी द्वारा सीट बंटवारे को लेकर स्पष्ट रणनीति बनाई जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, जदयू इस बार 100 से 110 सीटों पर दावेदारी कर सकती है। इस फैसले में खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका अहम मानी जा रही है। बैठक में उनकी मौजूदगी में यह निर्णय लिया जाएगा कि पार्टी किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी और किन सहयोगी दलों को कितनी सीटें दी जाएंगी।
जानकारी के अनुसार, जदयू उम्मीदवारों की संभावित सूची पहले से ही तैयार कर रही है। पार्टी के जिला सम्मेलन और स्थानीय कार्यकर्ताओं की सक्रियता को आधार मानकर उम्मीदवार तय किए जा रहे हैं। पार्टी का मानना है कि जो नेता जमीनी स्तर पर सक्रिय हैं, उन्हें मौका दिया जाना चाहिए ताकि चुनाव में बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित किया जा सके।
एनडीए की राज्य स्तरीय बैठक के बाद सीटों के अंतिम बंटवारे पर मुहर लगाई जाएगी, लेकिन उससे पहले जदयू अपने रुख को स्पष्ट करने के मूड में है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा और अन्य सहयोगी दलों के साथ जदयू की यह रणनीति कितनी कारगर साबित होती है।
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि क्या जदयू को अपेक्षित सीटें मिल पाएंगी या फिर एनडीए में सीटों को लेकर रस्साकशी देखने को मिलेगी।
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