पटना: बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के दौरान चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। निर्वाचन आयोग ने जानकारी दी है कि अब तक 12 लाख 55 हजार 620 मतदाता मृत पाए गए हैं। इसके साथ ही 5 लाख 76 हजार 479 मतदाता ऐसे हैं, जिनके नाम एक से अधिक स्थानों पर दर्ज पाए गए हैं।
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🧾 क्या कहा आयोग ने?
निर्वाचन आयोग के अनुसार:
मृत मतदाताओं की संख्या: 12,55,620
दोहरे पंजीकरण वाले मतदाता: 5,76,479 (जो कुल मतदाताओं का 0.73% हैं)
आयोग का कहना है कि इन दोहराए गए नामों की पहचान कर ली गई है और इन्हें सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
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❗ क्यों महत्वपूर्ण है ये पुनरीक्षण?
बिहार में इस बार के SIR की प्रक्रिया बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि:
इससे फर्जी वोटिंग पर रोक लगेगी।
चुनाव की पारदर्शिता बढ़ेगी।
बूथ-स्तरीय मतदाता आंकड़ों की शुद्धता सुनिश्चित होगी।
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⚠️ राजनीतिक बयानबाज़ी तेज
इस बीच, विपक्षी दलों ने इसे लेकर सवाल खड़े किए हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर एक फीसदी वोटर भी गलत तरीके से हटते हैं तो कई सीटों पर चुनाव परिणाम प्रभावित हो सकते हैं। कांग्रेस ने तो दावा किया है कि यह संख्या 3 करोड़ तक जा सकती है, जो आयोग के आँकड़ों से काफी अधिक है।
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📌 जनता के लिए जरूरी जानकारी
यदि आपका नाम वोटर लिस्ट से कट गया है, तो 25 जुलाई तक आप गणना प्रपत्र (फॉर्म) भरकर अपना नाम दोबारा जुड़वा सकते हैं।
यह प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जा सकती है।