राजनीतिक रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में बड़ा बयान देकर हलचल मचा दी है। इस बार उन्होंने निशाना साधा है बीजेपी नेता और बिहार विधान परिषद के सदस्य डॉ. दिलीप जायसवाल पर।
🔴 PK का बड़ा आरोप:
> "दिलीप जायसवाल के कॉलेज में 50 से अधिक पॉलिटिकल परिवारों के रिश्तेदारों का बिना किसी टेस्ट के एडमिशन कराया गया, जिनमें लालू प्रसाद यादव का परिवार भी शामिल है।"
🎓 किस कॉलेज की बात?
प्रशांत किशोर ने सीधे तौर पर गया स्थित एमवी कॉलेज का नाम लिया, जिसे डॉ. दिलीप जायसवाल संचालित करते हैं। यह कॉलेज वर्षों से कई वीआईपी और रसूखदार परिवारों के छात्रों के लिए एक सुरक्षित ठिकाना रहा है।
🔍 क्या है आरोप?
बिना मेरिट और टेस्ट के नामांकन
पॉलिटिकल परिवारों के दबाव में नियमों की अनदेखी
शिक्षा व्यवस्था के निजीकरण और राजनीतिक नियंत्रण का उदाहरण
👨👩👧👦 किसे लिया निशाने पर?
PK ने बिना नाम लिए सीधे लालू परिवार पर भी तंज कसा। उनका इशारा तेजस्वी और तेजप्रताप की शैक्षणिक पृष्ठभूमि की ओर भी था।
> “बिहार में पढ़ने वाले सामान्य परिवार के युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रही हैं, लेकिन नेताओं के बच्चों को कॉलेज में सीट और बाद में कुर्सी दोनों मिल जाती है।”
🗣️ बीजेपी की प्रतिक्रिया?
अब तक इस बयान पर दिलीप जायसवाल या बीजेपी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि यह मुद्दा सियासी रंग जरूर लेगा।