पटना
बिहार में एक बार फिर से भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकंजा कसा गया है। आय से अधिक संपत्ति मामले में न्यायालय से प्राप्त वारंट के आधार पर प्रमोद कुमार के खिलाफ ईकोनॉमिक ऑफेंसेज यूनिट (EOU) ने बुधवार को पटना, सहरसा और सीतामढ़ी में स्थित 6 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की है।
किन-किन ठिकानों पर छापेमारी?
सूत्रों के अनुसार, प्रमोद कुमार के जिन ठिकानों पर छापेमारी हो रही है, वे हैं:
पटना: दो ठिकाने
सहरसा: दो ठिकाने
सीतामढ़ी: दो ठिकाने
इनमें आवासीय परिसर के साथ-साथ कुछ व्यावसायिक परिसरों की भी जांच की जा रही है।
क्या बोले ईओयू के एडीजी?
ईओयू के अपर पुलिस महानिदेशक नैयर हसनैन खान ने मीडिया को बताया:
> "प्रमोद कुमार के खिलाफ पूर्व में जांच चल रही थी। न्यायालय से प्राप्त वारंट के आधार पर आज छापेमारी शुरू की गई है। टीमों को सभी ठिकानों पर भेजा गया है। कुछ दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच की जाएगी।"
प्रमोद कुमार कौन हैं?
प्रमोद कुमार पूर्व में राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी रह चुके हैं। उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति, पद का दुरुपयोग और भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप हैं।
अब आगे क्या?
EOU के अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि प्रमोद कुमार ने सरकारी सेवा में रहते हुए कितनी संपत्ति अवैध रूप से अर्जित की। जब्त दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की जाएगी।
यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो प्रमोद कुमार पर पीसी एक्ट (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) के तहत कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ इस कार्रवाई को राज्य सरकार की "जीरो टॉलरेंस" नीति के तहत बड़ा कदम माना जा रहा है।