बिहार सरकार द्वारा गठित "बिहार युवा आयोग" से जुड़ा पहला राज्यव्यापी कार्यक्रम भव्य स्तर पर आयोजित होने जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से इस कार्यक्रम को 38 जिलों के मुख्यालय, 534 प्रखंड मुख्यालय, 8053 ग्राम पंचायतों और करीब 43,790 राजस्व ग्रामों तक विस्तार देने की योजना बनाई गई है।
60 लाख से अधिक लाभुकों की भागीदारी की संभावना
इस कार्यक्रम में 60 लाख से अधिक युवाओं और लाभुकों की भागीदारी की संभावना जताई जा रही है। सरकार का मानना है कि यह कार्यक्रम राज्य में युवाओं की आकांक्षाओं को दिशा देने वाला साबित होगा।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बिहार के युवाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी देना, उन्हें कौशल विकास, स्वरोजगार और रोजगार के अवसरों से जोड़ना है।
प्रशासनिक तैयारी जोरों पर
राज्य सरकार के सभी संबंधित विभागों को इसकी तैयारी के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन से लेकर पंचायत स्तर तक अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई हैं ताकि कार्यक्रम का संचालन सुचारू रूप से हो सके।
राजनीतिक संकेत भी साफ
विशेषज्ञों का मानना है कि विधानसभा चुनाव 2025 से पहले इस तरह के कार्यक्रमों के ज़रिए युवा वर्ग को साधने की कोशिश की जा रही है। विपक्ष ने इसे चुनावी स्टंट बताया है, जबकि सत्तापक्ष इसे "युवा सशक्तिकरण की दिशा में क्रांतिकारी पहल" करार दे रहा है।