बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान शुरू हो चुकी है। इस बार मुद्दा बना है असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM। खबर है कि AIMIM खुद को महागठबंधन में शामिल करने के लिए इच्छुक है, लेकिन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव AIMIM को कोई सीट देने के मूड में नहीं हैं।
🔴 RJD सांसद मनोज झा का सीधा संदेश
राजद सांसद प्रो. मनोज झा ने AIMIM को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा:
> "अगर असदुद्दीन ओवैसी सच में भाजपा को हराना चाहते हैं, तो बिहार चुनाव ही ना लड़ें। वोटों का बंटवारा रोकना होगा।"
🔍 AIMIM की भूमिका पर उठे सवाल
महागठबंधन के कई नेताओं का मानना है कि AIMIM सीमांचल क्षेत्र में मुस्लिम वोटों का बंटवारा कर भाजपा को फायदा पहुंचा सकती है। 2020 के विधानसभा चुनाव में AIMIM ने सीमांचल की पांच सीटें जीतकर सभी को चौंका दिया था, लेकिन बाद में उसके अधिकांश विधायक राजद में शामिल हो गए।
🤝 महागठबंधन में फिलहाल कोई सहमति नहीं
सूत्रों के मुताबिक, ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल की कुछ सीटों पर दावेदारी जताई है, लेकिन आरजेडी इस पर राजी नहीं है। कांग्रेस और वामदलों के भी AIMIM को लेकर मतभेद हैं।