पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर चुनाव आयोग और वोटर लिस्ट रिवीजन प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि यह सिर्फ वोटों की चोरी नहीं, बल्कि लोगों के "राजनीतिक वजूद को मिटाने की सुनियोजित साजिश" है।
---
🔹 तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
एक बयान में तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया:
> "चुनाव आयोग के माध्यम से वोटर लिस्ट से नाम काटने की कवायद के पीछे एक गहरी साजिश है। कुछ खास तबकों के लोगों को टारगेट कर उनके वोटिंग अधिकार को ही खत्म किया जा रहा है। यह संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है।"
---
🔍 संदर्भ में क्या है मामला?
हाल ही में सामने आया है कि बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के दौरान लाखों नाम हटाए गए हैं। आयोग के अनुसार, 12.5 लाख से अधिक मतदाता मृत, और करीब 5.7 लाख दोहरी प्रविष्टियों वाले पाए गए हैं। हालांकि विपक्ष इसे राजनीतिक मंशा से प्रेरित कार्रवाई बता रहा है।
---
🗳️ चुनाव से पहले तेजस्वी का पलटवार
तेजस्वी ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी वोट कटवाने की चाल चल रहे हैं। उनका कहना है कि "हमारे कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं ताकि कोई भी मतदाता वोटिंग के अधिकार से वंचित न हो।"