पटना/सुपौल। जदयू के प्रदेश युवा सचिव हर्षित कुमार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने सुपौल स्थित उनके आवास पर छापेमारी कर लैपटॉप, कई सिम कार्ड और कुछ संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके बाद हर्षित को पूछताछ के लिए पटना लाया गया है।
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🔍 ईओयू को शक: साइबर ठगी के बड़े नेटवर्क से जुड़ाव
ईओयू सूत्रों के मुताबिक, बरामद दस्तावेज और डिजिटल उपकरणों की शुरुआती जांच में कई अहम सुराग मिले हैं, जिससे आशंका जताई जा रही है कि हर्षित कुमार का लिंक किसी साइबर ठगी गिरोह से हो सकता है। अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के बाद राज्य भर में फैले किसी बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
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🔎 क्या मिला छापेमारी में?
लैपटॉप जिसमें संदिग्ध ट्रांजैक्शन से जुड़े डेटा की आशंका
कई सिम कार्ड, जिनमें से कुछ फर्जी आईडी पर लिए गए
नकदी और दस्तावेज, जो संभावित रूप से डिजिटल फ्रॉड से संबंधित हो सकते हैं
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🗣️ राजनीतिक हलकों में हलचल
जदयू के एक युवा नेता के नाम सामने आने से पार्टी की छवि को भी झटका लग सकता है। फिलहाल पार्टी ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन पूरी कार्रवाई पर निगाह बनाए हुए है।