पटना के प्रतिष्ठित मगध अस्पताल के मालिक और बिहार के बड़े व्यापारी गोपाल खेमका की शुक्रवार रात उनके घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद बिहार की सियासत में हड़कंप मच गया है। अपराध की इस वारदात को लेकर अब सत्ताधारी दल पर विपक्ष ने सीधा हमला बोल दिया है।
🔴 घटना के बाद आधी रात पहुंचे पप्पू यादव
हत्या की सूचना मिलते ही पूर्णिया के सांसद और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव आधी रात को ही घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और पुलिस की नाकामी पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
📱 पप्पू यादव का ट्वीट
घटनास्थल से लौटते ही पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा –
> “नीतीश जी, बख्श दीजिए बिहार को।
आम आदमी, व्यवसायी, डॉक्टर, युवा, बेटियां – कोई सुरक्षित नहीं है।
500 मीटर की दूरी पर थाना है और हत्या के बाद पुलिस डेढ़ घंटे में आती है। ये जंगलराज नहीं तो क्या है?”
🗣️ पीड़ित परिवार का आरोप
परिजनों का कहना है कि –
गोपाल खेमका शुक्रवार रात अपने घर पहुंचते ही बदमाशों के निशाने पर आ गए।
जब तक परिवार कुछ समझ पाता, बदमाश गोलियां चला कर फरार हो गए।
घटना गांधी मैदान थाना से महज 500 मीटर दूर है, फिर भी पुलिस करीब डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंची।
🕵️♂️ जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने हत्या की पुष्टि करते हुए कहा कि
हत्या की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और
व्यावसायिक रंजिश, जमीन विवाद या अन्य कारणों की पड़ताल की जा रही है।
⚡ सियासी बयानबाजी तेज
पप्पू यादव के बयान के बाद अब अन्य विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं।
राजद ने कहा –
> “बिहार में अब व्यापारी भी सुरक्षित नहीं, सरकार विफल है।”
वहीं कांग्रेस ने मांग की है कि –
“गोपाल खेमका हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराई जाए।”