पटना (बिहार): 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की सियासत में हलचल तेज हो गई है। महागठबंधन (INDIA गठबंधन) अब सक्रिय राजनीति के मैदान में उतरने जा रहा है। खबर है कि अगस्त महीने में 'परिवर्तन यात्रा' की शुरुआत होगी, जिसमें राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी एक साथ मंच साझा करेंगे।
परिवर्तन यात्रा की रणनीति
इस यात्रा का उद्देश्य राज्यभर में भाजपा और NDA की नीतियों के खिलाफ माहौल बनाना और जनता को महागठबंधन के पक्ष में लामबंद करना है। यात्रा के दौरान बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जाएगा।
> तेजस्वी यादव ने कहा:
“यह यात्रा जनता के बीच सच्चाई लेकर जाएगी। हमने 10 लाख रोजगार का वादा किया था, उसे निभाने का संकल्प दोहराएंगे।”
राहुल गांधी की मौजूदगी से मिलेगा बल
महागठबंधन इस बार केंद्रीय नेतृत्व को भी साथ लेकर चलना चाहता है। राहुल गांधी की यात्रा में भागीदारी से यह संदेश देने की कोशिश होगी कि बिहार में कांग्रेस और राजद एकजुट हैं और भाजपा को टक्कर देने के लिए पूरी तरह तैयार।
सभी जिलों में जाएगी यात्रा
यात्रा के दौरान बिहार के सभी 38 जिलों को कवर करने की योजना है। जगह-जगह जनसभाएं, संवाद कार्यक्रम और पदयात्राएं आयोजित की जाएंगी। जवाब दो—हिसाब दो जैसे नारे भी इस यात्रा के दौरान गूंज सकते हैं।
भाजपा ने कसा तंज
भाजपा नेताओं ने इस यात्रा को "नौटंकी यात्रा" बताते हुए कहा है कि “जनता अब इनसे सवाल पूछेगी, वादे नहीं सुनेगी।” वहीं, NDA भी जल्द ही जवाबी रैली निकालने की तैयारी में है।
📌 क्या 'परिवर्तन यात्रा' बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव लाएगी या यह सिर्फ एक सियासी दिखावा साबित होगी — यह देखना दिलचस्प होगा।
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