बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग (ECI) ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि बिहार की मतदाता सूची में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों के नाम शामिल हैं। इनमें नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश के नागरिक शामिल हैं।
🔴 क्या कहा है ECI ने?
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार:
बिहार के कई जिलों में मतदाता सूची में ऐसे लोगों के नाम दर्ज हैं जो भारतीय नागरिक नहीं हैं।
इन लोगों के पास वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड और राशन कार्ड जैसे सरकारी दस्तावेज भी पाए गए हैं।
इनमें से कई ने वर्षों से सरकारी सुविधाएं भी ली हैं, और कुछ के नाम पर पेंशन और अन्य लाभ भी चल रहे हैं।
🔍 कहाँ से हैं ये लोग?
आयोग ने नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार के अवैध प्रवासियों के नाम सूची में पाए हैं।
इन लोगों ने स्थानीय पते और दस्तावेजों के आधार पर फर्जी तरीके से पहचान बनाई है।
⚠️ क्यों चिंता में है आयोग?
चुनाव आयोग को आशंका है कि फर्जी वोटिंग के जरिए चुनाव को प्रभावित किया जा सकता है।
आयोग ने राज्य सरकार और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की सिफारिश की है।
🛑 कार्रवाई क्या होगी?
आयोग ने स्पष्ट किया है कि:
BLOs (Booth Level Officers) को पुनः सत्यापन का निर्देश दिया गया है।
जिनके दस्तावेज संदिग्ध हैं, उन्हें सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज करने और जांच का भी निर्देश है।
🔁 विपक्ष का आरोप
महागठबंधन और राजद नेताओं ने इस पर NDA सरकार को घेरते हुए कहा है कि:
> "राज्य में सिस्टम की नाकामी है, जहां विदेशी नागरिकों को वोटर बना दिया गया। ये लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।"