बिहार में रात्रि प्रहरियों का मानदेय दोगुना, अब मिलेगा ₹10,000 प्रतिमाह

संवाद 

पटना। बिहार सरकार ने एक ऐतिहासिक और लंबे समय से प्रतीक्षित निर्णय लेते हुए माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत रात्रि प्रहरियों के मानदेय में बड़ी वृद्धि की है। अब तक इन विद्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रात्रि प्रहरियों को मात्र ₹5000 प्रतिमाह मानदेय मिलता था, जो उनकी आर्थिक जरूरतों के अनुरूप बेहद कम था। सरकार ने इसे बढ़ाकर ₹10,000 प्रतिमाह कर दिया है। यह निर्णय 1 अगस्त 2025 से लागू होगा।

शिक्षा विभाग द्वारा जारी संकल्प में कहा गया है कि इस फैसले से राज्य के लगभग 7000 रात्रि प्रहरियों को सीधा लाभ मिलेगा। इन रात्रि प्रहरियों की जिम्मेदारी विद्यालय परिसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि किसी भी प्रकार की चोरी, तोड़फोड़ या अन्य अनियमितता न हो। कई विद्यालय ग्रामीण व अर्ध-शहरी इलाकों में स्थित हैं, जहां रात के समय सुरक्षा की जिम्मेदारी इन्हीं कर्मियों पर होती है।

लंबे समय से हो रही थी मांग
रात्रि प्रहरियों और उनके संगठनों की ओर से कई बार सरकार के समक्ष मानदेय वृद्धि की मांग रखी गई थी। उनका कहना था कि मौजूदा मानदेय महंगाई और परिवार की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। शिक्षा विभाग ने इन मांगों पर गंभीरता से विचार करते हुए यह फैसला लिया।

सरकार का उद्देश्य
सरकार का मानना है कि विद्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए रात्रि प्रहरियों का आर्थिक सशक्तिकरण जरूरी है। बढ़ा हुआ मानदेय न केवल उनके जीवन स्तर में सुधार लाएगा, बल्कि वे अपनी जिम्मेदारी और भी अधिक मनोयोग से निभा पाएंगे।

स्थानीय स्तर पर खुशी की लहर
इस घोषणा के बाद से रात्रि प्रहरियों और उनके परिवारों में खुशी की लहर है। कई लोगों ने इसे सरकार का सराहनीय कदम बताया है और उम्मीद जताई है कि आगे भी उनकी अन्य समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

शिक्षा और बिहार से जुड़ी ताज़ा खबरों के लिए पढ़ते रहिए मिथिला हिन्दी न्यूज
संपादक — रोहित कुमार सोनू


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.