मुजफ्फरपुर के प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ मंदिर में अंतिम सोमवारी को लेकर रविवार रात से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। दूर-दराज से डाक कांवरिया रात 11 बजे के बाद ही मंदिर पहुंचने लगे थे। रात 12 बजते ही मंदिर परिसर और आसपास का वातावरण 'हर-हर महादेव' के जयघोष से गूंज उठा।
जलाभिषेक को उमड़ी आस्था की बाढ़
श्रद्धालु गंगाजल लेकर डाक दौड़ में शामिल होकर बाबा को जल चढ़ाने पहुंचे।
बाबा गरीबनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं।
महिलाओं और बच्चों सहित सभी आयु वर्ग के लोग इस पावन अवसर पर शामिल हुए।
मंदिर प्रशासन की व्यापक तैयारी
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन और मंदिर समिति की ओर से विशेष व्यवस्था की गई थी।
पुलिस बल और स्वयंसेवकों की तैनाती की गई, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
मेडिकल कैंप, जलपान केंद्र और मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था की गई।
डाक कांवरियों की भक्ति का अद्भुत नजारा
कांवरिए कई किलोमीटर की पैदल यात्रा करके बाबा गरीबनाथ के दरबार पहुंचे।
पूरे रास्ते में भजन-कीर्तन और जयकारों से वातावरण भक्तिमय बना रहा।
सावन का समापन, उमड़ा जनसैलाब
अंतिम सोमवारी होने के कारण श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर था।
बाबा के दर्शन और जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु घंटों तक कतार में खड़े रहे।
श्रद्धा और आस्था के इस विराट संगम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बाबा गरीबनाथ का दरबार सावन में सबसे बड़ा आस्था का केंद्र बन जाता है।