बिहार की नदियों में इन दिनों उफान चरम पर है। लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी इलाकों से आ रहे पानी ने गंगा और कोसी समेत कई नदियों को विकराल रूप दे दिया है। पानी का स्तर तेजी से बढ़ने के कारण नदियों का पेट पूरी तरह भर गया है और तेज धारा ने कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
बीते 48 घंटों में ही बांका, बेगूसराय, मुंगेर, भागलपुर और कोसी-सीमांचल के जिलों से डूबने से मौत के 24 से अधिक मामले सामने आए हैं। कई लोग पानी की तेज धार में बह गए और अब तक लापता हैं। प्रशासन की ओर से बचाव व राहत कार्य जारी है, लेकिन लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण खतरा टला नहीं है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में जलस्तर और बढ़ सकता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो जाएगी। वहीं, जिला प्रशासन ने लोगों को नदियों के किनारे और बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में जाने से सख्त मना किया है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं, जबकि राहत शिविरों में विस्थापित लोगों के लिए भोजन और चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था की जा रही है।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे बाढ़ की स्थिति और बिगड़ने की आशंका है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों पर तुरंत संपर्क करने की अपील की है।
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संपादक – रोहित कुमार सोनू