पटना में अब कचरे का बेहतर उपयोग करते हुए बिजली बनाई जाएगी। नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में इस महत्वपूर्ण फैसले पर मुहर लगाई गई। इसके तहत राजधानी पटना में एक बड़ा वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट लगाया जाएगा, जहां शहर भर से इकट्ठा किए गए कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण होगा।
इस प्लांट में कूड़े को अलग-अलग श्रेणियों में बांटा जाएगा — जैसे गीला कचरा, सूखा कचरा और खतरनाक अपशिष्ट। फिर आधुनिक तकनीक से इसका निपटान करते हुए बिजली उत्पादन किया जाएगा। इससे न केवल शहर की साफ-सफाई में सुधार होगा, बल्कि कचरे के कारण फैलने वाली बीमारियों में भी कमी आएगी।
सरकार का दावा है कि इस परियोजना से ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे और पटना स्वच्छ शहरों की श्रेणी में ऊपर आएगा।
स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह कदम बिहार के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।
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