नालंदा जिले में भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। जिला निबंधन कार्यालय के लिपिक जितेंद्र कुमार सिन्हा को 15,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
निगरानी ब्यूरो ने उन्हें वर्ष 2017 में रंगेहाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। लंबे समय से चल रही जांच में आरोप सिद्ध होने के बाद यह कार्रवाई की गई। इससे पहले इसी मामले में तत्कालीन जिला अवर निबंधक नीरज कुमार को भी दोषी पाते हुए बर्खास्त किया जा चुका है।
सरकार का कहना है कि भ्रष्टाचार के मामलों में "जीरो टॉलरेंस" की नीति पर सख्ती से अमल किया जाएगा और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
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