गोपालगंज – बिहार के गोपालगंज जिले में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। खासकर हथुआ विधानसभा क्षेत्र में आंकड़े चौंकाने वाले हैं। यहां कुल 2.8 लाख फॉर्म जमा किए गए, जिनमें से 2.1 लाख फॉर्म बिना किसी वैध दस्तावेज के ही स्वीकार किए गए।
चुनावी प्रक्रिया पर उठे सवाल
जिले की लगभग छह विधानसभाओं में इस तरह का ट्रेंड देखा गया है, लेकिन हथुआ की स्थिति सबसे असामान्य मानी जा रही है।
प्रशासन और चुनाव आयोग की सतर्कता के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में बिना दस्तावेज के फॉर्म जमा होना गंभीर लापरवाही का संकेत देता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
चुनाव विश्लेषकों का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर कागजातविहीन फॉर्म जमा होना फर्जीवाड़े की ओर इशारा कर सकता है। इससे चुनावी पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
जांच के आदेश संभव
सूत्रों की मानें तो चुनाव आयोग जल्द ही हथुआ समेत अन्य विधानसभाओं में विशेष जांच दल भेज सकता है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह प्रशासनिक चूक है या किसी संगठित प्रयास का हिस्सा।