मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाने में एक गंभीर मामला दर्ज हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर फर्जी आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने की कोशिश की गई। इस मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन ने एफआईआर दर्ज कराई है और इसे मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने की सोची-समझी साजिश बताया है।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार—
किसी अज्ञात व्यक्ति ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम और विवरण का उपयोग कर सरैया प्रखंड में आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया शुरू की।
दस्तावेजों की जांच के दौरान अधिकारियों को संदेह हुआ और जब सत्यापन किया गया, तो मामला फर्जी निकला।
प्रशासन का रुख
संबंधित अधिकारियों ने तत्काल इस मामले की जानकारी वरीय अधिकारियों को दी।
इसके बाद सरैया थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह साजिश किसने और क्यों रची।
क्या कहा गया एफआईआर में?
एफआईआर में कहा गया है कि—
> "मुख्यमंत्री की छवि को जानबूझकर धूमिल करने के इरादे से फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए। यह राज्य के प्रमुख पद पर बैठे व्यक्ति के प्रति असम्मानजनक और आपराधिक कृत्य है।"
अगली कार्रवाई
पुलिस साइबर ट्रेसिंग और दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच के माध्यम से आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
जल्द ही कुछ लोगों से पूछताछ भी शुरू की जा सकती है।