बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच पुराने चुनावी समीकरण भी चर्चा में हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भागलपुर के दिग्गज सदानंद सिंह ने अपनी लंबी सियासी पारी को विराम दे दिया था।
उनकी जगह कांग्रेस ने सदानंद सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश को उत्तराधिकारी के रूप में चुनाव मैदान में उतारा। लेकिन शुभानंद मुकेश मतदाताओं का विश्वास जीतने में नाकाम रहे और चुनाव हार गए।
इसके बाद 2021 में सदानंद सिंह का निधन हो गया। अब उनकी राजनीतिक विरासत और प्रभाव कांग्रेस की मजबूती या कमजोरी तय करने में अहम मानी जा रही है।
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