पटना: बिहार के भागलपुर, पूर्णिया समेत 12 जिलों को लेकर केंद्र सरकार ने नया सिस्मिक मैप जारी किया है, जिसके बाद इन इलाकों का सिस्मिक जोन बदल गया है। इस बदलाव से पूर्वी बिहार, कोसी और सीमांचल क्षेत्र में भूकंप का खतरा और बढ़ गया है।
नए सिस्मिक मानकों के अनुसार इन जिलों को ज्यादा संवेदनशील श्रेणी में शामिल किया गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, तिलकेश्वर फॉल्ट लाइन और नेपाल-भूटान की ओर सक्रिय भूकंपीय गतिविधियों की वजह से इन इलाकों में जोखिम बढ़ा है।
इन 12 जिलों को मिला नया सिस्मिक जोन
भागलपुर
पूर्णिया
कटिहार
किशनगंज
अररिया
मधेपुरा
सहरसा
सुपौल
मंगलपुर (यदि लागू)
अन्य पूर्वी और सीमांचल के जिले
(अंतिम सूची राज्य सरकार द्वारा जल्द ही अधिसूचित की जाएगी)
अब निर्माण में अपनानी होंगी ये सावधानियां
नए नियमों के अनुसार—
घर, अस्पताल, स्कूल और मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में भूकंपरोधी डिजाइन अनिवार्य होगा।
निर्माण के दौरान IS 1893 और IS 13920 के मानकों का पालन करना होगा।
पुराने मकानों का भी स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाएगा।
राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि निर्माण योजनाओं को पास करते समय इन नए सिस्मिक मानकों का पालन सुनिश्चित करें।
यह बदलाव आने वाले वर्षों में आपदा प्रबंधन और सुरक्षित निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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