पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने अब संगठन के भीतर मौजूद भितरघातियों पर सख्ती शुरू कर दी है। लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में जारी समीक्षा बैठकों में यह साफ हो गया है कि कई सीटों पर पार्टी को नुकसान अपने ही कार्यकर्ताओं और नेताओं के कारण हुआ।
बीते तीन दिनों में तीन प्रमंडलों की समीक्षा की गई है। इन बैठकों में पार्टी को 300 भितरघातियों के नाम मिले हैं। बताया जा रहा है कि इन लोगों ने या तो विरोध में काम किया, या फिर दूसरे उम्मीदवारों को समर्थन देकर आरजेडी प्रत्याशियों को हराने में भूमिका निभाई।
पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार अन्य जिलों और प्रमंडलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। अंतिम समीक्षा के बाद ऐसी सूची 500 के पार भी जा सकती है। माना जा रहा है कि दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि पार्टी अब “नुकसान पहुंचाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शेगी नहीं” और विधानसभा चुनाव में हुई हार के हर कारण की गहराई से जांच की जाएगी।
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