संवाद
पटना/मनेर: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के दौरान मनेर विधानसभा से राजद प्रत्याशी और मौजूदा विधायक भाई वीरेंद्र की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मतदान के दिन पोलिंग बूथ पर सुरक्षाकर्मी से हुई बहस और धमकी भरे बयान के मामले में चुनाव आयोग ने सख्त कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के तहत की गई है। 6 नवंबर को पहले चरण के मतदान के दौरान मनेर के एक पोलिंग बूथ पर भाई वीरेंद्र और सुरक्षाकर्मियों के बीच विवाद हुआ था। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला और गरमा गया।
घटना के समय भाई वीरेंद्र अपनी पत्नी के साथ मतदान करने पहुंचे थे। मतदान के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मी मतदाताओं को लाइन में रोककर एक खास राजनीतिक दल के पक्ष में माहौल बना रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बूथ पर तैनात दारोगा तिवारी को चेतावनी भरे अंदाज में कहा —
“तुमको चेक करने का कोई अधिकार नहीं… ये काम तुम्हारा नहीं है।”
वीडियो सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू की थी और रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी थी। समीक्षा के बाद आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू हो गई है। अगर आरोप साबित होते हैं, तो भाई वीरेंद्र को चुनाव प्रक्रिया के दौरान जेल भी जाना पड़ सकता है।
वहीं राजद नेताओं का कहना है कि यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की गई है, जबकि प्रशासन का कहना है कि “कानून सभी के लिए समान है, चाहे वह आम मतदाता हो या उम्मीदवार।”
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