पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार सबसे बड़ा दल बनकर उभरी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आज अपने 89 नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक करेगी। इस बैठक में औपचारिक रूप से बीजेपी विधायक दल के नेता का चुनाव किया जाएगा, जो आगे सरकार गठन की प्रक्रिया में पार्टी की भूमिका को तय करेगा।
पार्टी ने इसके लिए तीन सदस्यीय पर्यवेक्षक टीम बनाई है, जो पटना पहुंच चुकी है। इस टीम का नेतृत्व उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कर रहे हैं। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति को सह-पर्यवेक्षक बनाया गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऑब्जर्वर टीम की संरचना—एक ओबीसी, एक ईबीसी और एक दलित नेता—के जरिये बीजेपी ने एक स्पष्ट सामाजिक संदेश देने की कोशिश की है। अगर यह संदेश रणनीति का हिस्सा है, तो इसका सीधा असर विधायक दल के नेता के चयन पर पड़ सकता है। पार्टी का उद्देश्य विभिन्न सामाजिक वर्गों के प्रतिनिधित्व को मजबूत करना बताया जा रहा है।
आज होने वाली बैठक में इस बात पर सभी की नजरें होंगी कि बीजेपी नेतृत्व किस चेहरे को आगे कर बिहार की नई राजनीतिक दिशा तय करता है।
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