बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं और बेटियों की शिक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब बिहार के अधिकांश हिस्सों, खासकर ग्रामीण इलाकों में होनहार बच्चियां प्रारंभिक शिक्षा के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती थीं। उस दौर में राज्य की आधी आबादी की शिक्षा, सुरक्षा और सम्मान को लेकर सरकारों की कोई चिंता नहीं थी।
नीतीश कुमार ने कहा कि बेटियों को न तो समाज में उचित प्रतिनिधित्व मिलता था और न ही उन्हें वह मान-सम्मान दिया जाता था, जिसकी वे हकदार थीं। उन्होंने दावा किया कि सरकार बनने के बाद उनकी प्राथमिकता महिलाओं और बेटियों को मुख्यधारा से जोड़ने की रही है, ताकि वे शिक्षा, रोजगार और समाज में बराबरी का स्थान हासिल कर सकें।
उन्होंने कहा कि साइकिल योजना, उच्च शिक्षा में आरक्षण, और सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए अवसर बढ़ाने जैसे कदमों ने बिहार की बेटियों के भविष्य को नई दिशा दी है।
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