बिहार की राजनीति में यादव परिवार की सियासी जंग खुले मैदान में आ गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से निकाले जाने के बाद अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाकर चुनावी अखाड़े में उतरे तेज प्रताप यादव ने अब अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। उन्होंने राजद नेतृत्व पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “जयचंदों की साजिश” के तहत उन्हें पार्टी से बाहर किया गया।
पटना में समर्थकों को संबोधित करते हुए तेज प्रताप ने कहा कि उन्हें निकाले जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि असली मालिक जनता है। उन्होंने परोक्ष रूप से अपने भाई तेजस्वी यादव समेत राजद नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्हें “बहुरूपिया” तक कह डाला।
तेज प्रताप और तेजस्वी यादव के बीच यह सियासी तकरार अब निजी मतभेदों से आगे बढ़कर चुनावी मैदान में सीधी राजनीतिक टक्कर में बदल चुकी है। पहली बार दोनों भाई आमने–सामने अपनी-अपनी पार्टियों के साथ जनता का समर्थन मांग रहे हैं, जिससे बिहार की राजनीति में नया सियासी समीकरण बनता दिख रहा है।
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