बिहार के पूर्वी चंपारण में रविवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने व्यापक स्तर पर छापेमारी अभियान चलाया। मोतिहारी के प्राइवेट शिक्षक मनोज पाठक के कई ठिकानों पर यह कार्रवाई की गई, जिसमें एजेंसी ने कई बैग, मोबाइल, दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं।
क्यों हुई कार्रवाई?
हालांकि NIA ने आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार:
शिक्षक के बैंक खातों में असामान्य और बड़े वित्तीय लेन-देन के सबूत मिले हैं।
लेन-देन के स्रोत और उसके नेटवर्क की जांच के लिए छापेमारी की जा रही है।
जांच एजेंसी को आशंका है कि यह लेन-देन किसी संदिग्ध गतिविधि या अवैध नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है।
कई ठिकानों पर रेड
NIA की टीमें एक साथ कई स्थानों पर कार्रवाई कर रही हैं—
चकिया थाना क्षेत्र के कोयला बेलवा गांव में नारायण पाठक (मनोज पाठक से जुड़े हुए) के घर पर छापेमारी।
आदापुर में भी एजेंसी की टीमें सक्रिय हैं।
कई दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और खाते संबंधी रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं।
दो आरोपी गिरफ्तार
अब तक कार्रवाई में दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। NIA गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर मनोज पाठक के वित्तीय और सामाजिक नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।
बड़े खुलासे की संभावना
सूत्रों का मानना है कि जब्त दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच के बाद इस केस में बड़े खुलासे हो सकते हैं। जांच किसी बड़े मॉड्यूल या नेटवर्क की ओर इशारा कर सकती है।
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