विधानसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी अब अपने वजूद और संगठनात्मक ताकत को बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है। दिल्ली में राष्ट्रीय नेतृत्व से संगठन विस्तार के लिए हरी झंडी मिलने के बाद होने वाली यह बैठक बेहद अहम मानी जा रही है।
बैठक में मुख्य रूप से इन बिंदुओं पर चर्चा होगी—
पुराने कैडर को सक्रिय करना,
बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाना,
युवाओं और नए सदस्यों की भागीदारी बढ़ाना,
और आगामी राजनीतिक गतिविधियों की रूपरेखा तय करना।
पार्टी के अंदर यह भी माना जा रहा है कि यदि जमीनी स्तर पर पुरानी टीम को फिर से ऊर्जा दी जाए, तो भविष्य के चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है। नेतृत्व चाहता है कि संगठन मजबूत हो और पार्टी की मौजूदगी हर जिले और हर पंचायत में महसूस हो।
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