बिहार में मिड-डे मील खाने से 104 बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिससे हड़कंप मच गया। सभी बच्चों को तेजी से अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कई की हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना ने एक बार फिर मिड-डे मील की गुणवत्ता और सरकारी स्कूलों में भोजन व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
📌 कहां और कैसे हुआ हादसा?
➡ यह घटना बिहार के [जिले का नाम] जिले के एक सरकारी स्कूल में हुई।
➡ दोपहर का खाना खाने के कुछ देर बाद ही बच्चों ने पेट दर्द, उल्टी और चक्कर आने की शिकायत की।
➡ स्थिति गंभीर होती देख स्कूल प्रशासन ने तुरंत एंबुलेंस बुलाकर सभी बच्चों को अस्पताल भिजवाया।
🚨 मिड-डे मील में क्या था?
✔ बताया जा रहा है कि बच्चों को दाल-चावल, सब्जी और सोया चंक्स दिया गया था।
✔ आशंका जताई जा रही है कि भोजन में जहरीला पदार्थ या खराब सामग्री हो सकती है।
✔ कुछ बच्चों ने बताया कि खाने से अजीब सी गंध आ रही थी।
⚠ प्रशासन ने क्या कहा?
➡ जांच के लिए एक टीम गठित की गई है जो खाने के सैंपल लेकर लैब में टेस्ट करेगी।
➡ स्कूल के प्रधानाचार्य, रसोइयों और संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है।
➡ अगर लापरवाही साबित हुई, तो जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी।
🏥 बच्चों की हालत कैसी है?
✔ अस्पताल में सभी बच्चों का इलाज चल रहा है।
✔ कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।
✔ अस्पताल में अभिभावकों की भीड़ लगी हुई है, वे बच्चों की हालत को लेकर बेहद चिंतित हैं।
📢 आगे क्या?
➡ प्रशासन ने सभी सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील की गुणवत्ता की जांच के आदेश दिए हैं।
➡ अगर भोजन में गड़बड़ी साबित होती है, तो संबंधित ठेकेदार और अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
➡ राज्य सरकार ने कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
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