एक अस्पताल, 60 मिनट और 5 मौतें... आखिर ऐसा क्या हुआ?


संवाद 

 बिहार के एक अस्पताल में महज 60 मिनट के भीतर 5 मरीजों की मौत हो गई, जिससे अस्पताल में हड़कंप मच गया। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया, जबकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीजों की हालत पहले से ही गंभीर थी।

क्या है पूरा मामला?

घटना पटना के एक बड़े सरकारी अस्पताल की है, जहां सोमवार रात एक घंटे के अंदर 5 मरीजों की मौत हो गई। मृतकों के परिजनों का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी और इलाज में देरी की वजह से मरीजों की जान गई।

परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

मृतकों के परिवार वालों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि –

"अगर समय पर डॉक्टर आते तो हमारे मरीज की जान बच सकती थी।"

"अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर खाली पड़े थे, स्टाफ सही समय पर ध्यान नहीं दे रहा था।"

"मरीज तड़पते रहे लेकिन कोई इलाज करने वाला नहीं था।"


अस्पताल प्रशासन की सफाई

अस्पताल प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा कि –

मरीजों की हालत पहले से ही गंभीर थी।

इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई, डॉक्टरों ने पूरी कोशिश की।

मौतों की असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद साफ होगी।


स्वास्थ्य विभाग ने दिए जांच के आदेश

मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है और डॉक्टरों से पूछताछ की जा रही है।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

बिहार के कई अस्पतालों में पहले भी इलाज में लापरवाही की घटनाएं सामने आती रही हैं। इससे पहले मुजफ्फरपुर, भागलपुर और दरभंगा के अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की कमी और लापरवाही के चलते कई मरीजों की जान गई थी।

सरकार से क्या हैं लोगों की मांग?

➡ अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएं।
➡ लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों और स्टाफ पर सख्त कार्रवाई हो।
➡ हर अस्पताल में ऑक्सीजन और दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था हो।

➡ क्या आपको लगता है कि सरकारी अस्पतालों में लापरवाही की घटनाएं बढ़ रही हैं? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं! 

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