रोहित कुमार सोनू, संपादक – मिथिला हिन्दी न्यूज
वाल्मीकि नगर, पश्चिम चंपारण:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राजनीतिक गतिविधियां ज़ोर पकड़ने लगी हैं। पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकि नगर विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है। जदयू के वर्तमान विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह और कांग्रेस के पूर्व विधायक राजेश सिंह के बीच आमने-सामने की टक्कर की संभावना है।
मौजूदा विधायक की पकड़ मजबूत
धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने 2015 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की थी। इसके बाद वे जदयू में शामिल हुए और 2020 में पार्टी टिकट पर पुनः जीत दर्ज की। उन्होंने क्षेत्र में सड़क, शिक्षा और बिजली जैसे मूलभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए कई प्रयास किए हैं। पार्टी और समर्थकों को उम्मीद है कि वे 2025 में भी प्रत्याशी होंगे।
कांग्रेस की वापसी की कोशिश
पूर्व विधायक राजेश सिंह, जो 2010 में जदयू से चुनाव जीत चुके हैं, 2020 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे और हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी एक बार फिर राजेश सिंह पर दांव खेल सकती है।
अन्य दल भी तैयार
लोक जनशक्ति पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और जन अधिकार पार्टी जैसे छोटे दल भी क्षेत्र में सक्रिय हैं और संभावित उम्मीदवार तैयार कर रहे हैं। हालांकि मुख्य मुकाबला जदयू और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है।
जातीय समीकरण बनेंगे निर्णायक
वाल्मीकि नगर में यादव, कुशवाहा, मल्लाह, दलित, उरांव और थारू समुदायों की संख्या निर्णायक मानी जाती है। इन जातीय समूहों का समर्थन जीतने के लिए सभी दलों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
वाल्मीकि नगर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला रोचक होने जा रहा है। जहां एक ओर जदयू अपने विकास कार्यों को आधार बनाकर वोट मांग रही है, वहीं कांग्रेस नए समीकरण गढ़ने की तैयारी में है। देखना दिलचस्प होगा कि 2025 में जनता किसे अपना नेता चुनती है।
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लेखक: रोहित कुमार सोनू, संपादक – मिथिला हिन्दी न्यूज