बिहार के शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने घोषणा की है कि अब से सबसे पहले शिक्षकों को वेतन दिया जाएगा। उनके बाद अन्य कर्मियों और पदाधिकारियों को सैलरी दी जाएगी।
एस. सिद्धार्थ ने कहा कि यह फैसला शिक्षकों की अहम भूमिका को देखते हुए लिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वेतन भुगतान में देरी की शिकायतें अब नहीं चलेंगी, और जिलों को निर्देश दिया गया है कि प्राथमिकता के आधार पर शिक्षकों का वेतन जारी करें।
इस निर्णय से राज्य के लाखों शिक्षक लाभान्वित होंगे और वेतन भुगतान की प्रक्रिया पहले से अधिक पारदर्शी और समयबद्ध हो सकेगी।