राज्य में सुरक्षा तैयारियों को परखने के लिए मॉकड्रिल अभियान की शुरुआत हो चुकी है। इसमें यह देखा जा रहा है कि सिविल डिफेंस, होमगार्ड, फायर ब्रिगेड सहित अन्य सुरक्षा बलों का कितना और किस तरह से उपयोग हुआ।
इस अभ्यास के तहत विभिन्न प्रकार के हमलों का रिहर्सल किया गया। कहीं फायरिंग, कहीं बम अटैक, तो कहीं मिसाइल हमले से जुड़ी परिस्थितियों का अभ्यास किया गया है। इस मॉकड्रिल का मकसद है कि किसी भी आपात स्थिति में बलों की समन्वय क्षमता और प्रतिक्रिया समय का सही आकलन हो सके।
प्रशासन ने साफ किया है कि यह अभ्यास जनहित में है और लोगों को किसी भी तरह की घबराहट की जरूरत नहीं है।