पटना – भीषण गर्मी की मार झेल रहे पटना वासियों के लिए सोमवार की रात और मंगलवार की सुबह किसी दुःस्वप्न से कम नहीं रही। करीब 19 घंटे तक लगातार बिजली गुल रहने से शहर के लाखों लोग बेहाल हो गए। बताया जा रहा है कि इस पावर कट से करीब 10 लाख की आबादी प्रभावित हुई।
🌡️ गर्मी + बिजली गुल = दोहरी मार
पटना में दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। ऐसे में पंखा, कूलर और एसी बंद होने से लोगों का हाल बेहाल हो गया। रात भर गर्मी से तड़पते लोग घरों से बाहर निकल आए। कई जगहों पर बच्चों और बुजुर्गों की तबीयत बिगड़ने की खबरें भी सामने आईं।
🚱 पानी की सप्लाई भी ठप
बिजली गुल होने का असर केवल रोशनी तक सीमित नहीं रहा। बोरिंग और मोटर न चल पाने से कई मोहल्लों में पानी की भारी किल्लत हो गई। सुबह तक लोग बाल्टी और डिब्बा लेकर पानी की तलाश में भटकते रहे।
⚙️ क्या है कारण?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिजली आपूर्ति में तकनीकी गड़बड़ी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (SBPDCL) की ओर से देर रात तक प्रयास किए गए, लेकिन पूरी बहाली में सुबह तक का समय लग गया।
💬 लोगों में आक्रोश
स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए कहा –
> “ऐसे समय में जब लू चल रही है, 19 घंटे की बिजली कटौती आम जनता के लिए जानलेवा है। सरकार और विभाग को जवाब देना चाहिए।”
🔧 विभाग की सफाई
SBPDCL के एक अधिकारी ने बताया कि –
> "तकनीकी फॉल्ट की वजह से पूरे ग्रिड पर असर पड़ा था। टीम लगातार बहाली में जुटी रही। अब आपूर्ति सामान्य की जा रही है।"
📣 प्रशासन से मांग
लोगों ने मुख्यमंत्री और ऊर्जा विभाग से अपील की है कि भीषण गर्मी के इस दौर में पावर सप्लाई को प्राथमिकता दी जाए और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।