बिहार की राजनीति में ये बात किसी से छिपी नहीं है कि राजद के अंदर तेज प्रताप यादव और संजय यादव के संबंध सहज नहीं हैं। अक्सर इन दोनों नेताओं के बीच चल रहे मतभेदों की चर्चा सियासी गलियारों में होती रही है।
हरियाणा निवासी संजय यादव, जो फिलहाल राजद कोटे से राज्यसभा सांसद हैं, पार्टी में रणनीतिकार की भूमिका में भी देखे जाते हैं। लेकिन तेज प्रताप यादव की ओर से कई बार उनके खिलाफ अप्रत्यक्ष बयानबाजी होती रही है, जिससे यह साफ झलकता है कि दोनों के बीच राजनीतिक सामंजस्य की कमी है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी के अंदरुनी फैसलों और नेतृत्व को लेकर तेज प्रताप खुद को बार-बार दरकिनार महसूस करते हैं, जिसका एक बड़ा कारण संजय यादव का उभार भी माना जाता है। ऐसे में राजद के अंदर गुटबाजी और नेतृत्व संघर्ष की तस्वीर और भी साफ होती जा रही है।
तेज प्रताप यादव पहले भी ट्विटर और सार्वजनिक मंचों से अप्रत्यक्ष रूप से पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठा चुके हैं, जिससे साफ है कि राजद के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।