बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने आरजेडी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा,
> “आरजेडी का मतलब ही है बिहार जलाओ दल। जब तक ये लोग सत्ता में रहे, तब तक बिहार का खजाना लूटा गया।”
नीरज कुमार के इस बयान पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भी करारा पलटवार किया। उन्होंने कहा:
> “जालसाजी, धोखेबाजी, अनलिमिटेड... यही असली मतलब है जेडीयू का। जनता सब देख रही है, और जवाब भी देगी।”
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🔹 चुनाव से पहले बढ़ती सियासी गर्मी
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच की बयानबाजी तेज होती जा रही है। जनता से जुड़े मुद्दों की जगह अब शब्दों की तलवारें तेज़ हो चुकी हैं।
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🔸 मुद्दों से हटकर बयानबाजी
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की तीखी टिप्पणियां वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने का प्रयास हो सकती हैं।
चुनाव की पूर्व बेला में सड़क, रोजगार, शिक्षा और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर बहस के बजाय व्यक्तिगत आरोपों का दौर शुरू हो चुका है।
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📢 जनता का सवाल:
बिहार की जनता अब ये जानना चाहती है कि –
विकास के कौन से मॉडल पर चुनाव लड़ा जाएगा?
बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों पर क्या प्लान है?
सिर्फ शब्दों की जंग से क्या समस्याएं सुलझेंगी?